हवा के झोंके झूला पर बैठाते हम भी पानी उसे पिलाते हवा के झोंके झूला पर बैठाते हम भी पानी उसे पिलाते
जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है। जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है।
बजने लगते हिय में बाजे जब दिल के तार जुड जाते हैं। बजने लगते हिय में बाजे जब दिल के तार जुड जाते हैं।
नीड़ में बैठे बच्चों के हम, मुंह में पाया करते थे नीड़ में बैठे बच्चों के हम, मुंह में पाया करते थे
खग कुछ..है रात भर घूमे ठग कुछ...है रेत में भोर बूने हर कूचे हर कसबे के दीवाने पुरपेच खग कुछ..है रात भर घूमे ठग कुछ...है रेत में भोर बूने हर कूचे हर कसबे के दीव...
यौवन की तरह प्रस्फुटित कमल दल खिला। यौवन की तरह प्रस्फुटित कमल दल खिला।